मॉब लिंचिंग का अर्थ, कारण एवं पूरी जानकारी ।
बीते कुछ समय से भारत मे मॉब लिंचिंग एक चर्चित मुद्दा बना हुआ है। यह मुद्दा देश के गाँव-शहरों से लेकर सांसद तक चर्चा में है। मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए केंद्र सरकार से लोगो द्वारा इस पर कानून बनाने का भी आग्रह किया गया है। मॉब लिंचिंग के कारण ही भारत सहित कई अन्य देशों में बहुत से निर्दोष लोगों की हत्या कर दी जाती है। जो कि बहुत ही गलत है। तो दोस्तो आज हम बात करंगे “Mob lynching” के बारे में की मॉब लिंचिंग क्या है? इसके होने के क्या कारण है? आदि सभी जानकारियाँ ।
मॉब लिंचिंग क्या है ? ( What is Mob Lynching ? )
जब अनियंत्रित भीड़ द्वारा किसी दोषी को उसके द्वारा किये गये अपराधों के कारण या फैली अफवाहों के कारण दोषी ना होने के बावजूद भी अनियंत्रित भीड़ द्वारा पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी जाती है तो इसे मॉब लिंचिंग ( mob lynching ) कहते है। मॉब लिंचिंग की शुरुआत सबसे पहले यूरोप से हुई। और फिर यह घटना धीरे-धीरे कई देशों में होने लगी ।
मॉब लिंचिंग का अर्थ ( Mob lynching meaning? )
मॉब लिंचिंग दो शब्दों मॉब और लिंचिंग से मिलकर बना है। जहाँ मॉब का अर्थ भीड़ और लिंचिंग का अर्थ गैर कानूनी तरीके से प्राणदंड देना । अर्थात मॉब लीचिंग का अर्थ भीड़ के द्वारा दिया गया गया प्राणदंड है। मॉब लिंचिंग का शब्द अमेरिका से लिया गया है।
ऐसा क्यों होता है? (Why it happens?)
भारत में कई धर्मो को मानने वाले लोग रहते है। इसमें से सबसे ज्यादा हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लोग रहते है।
जब भारत पर अग्रेजो का राज्य हुआ करता था तो उनके द्वारा फुट डालो राज करो कि नीति अपनाई जाती थी। अग्रेज तो भारत से चले गए परन्तु उनकी ये नीतियां भारत मे ही रह गयी जिसका प्रयोग कुछ राजनीतिक दल के लोग या कई लोग अपने लाभ के लिए करते है। और इन्हीं लोगो के द्वारा ही एक धर्म की तुलना दूसरे धर्म से की जाती है। जिससे दोनों धर्मों के बीच कुछ धार्मिक कारणों से विवाद उत्त्पन्न हो जाती है। जिससे लोगो के बीच आक्रोश उत्पन्न हो जाता है । और दोनों धर्मो के मध्य मार-पीट की घटना को अंजाम दिया जाता है। और ये मार पीट इतना बढ़ जाता है कि इसमे कई निर्दोष लोगों की मृत्यु भी हो जाती है।
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मॉब लिंचिंग का प्रभाव (Effect of mob lynching )
- मॉब लिंचिंग की घटनाएं गैर कानूनी तथा संविधान के मूल्यों के विरुद्ध होती है। इसलिए अगर मॉब लिंचिंग की घटना पर रोक नही लगया जाता है तो जनता का संविधान के प्रति विश्वास खत्म हो जायेगा।
2. मॉब लिंचिंग की घटना से विदेश और देश दोनों को नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
3. मॉब लिंचिंग के कारण किसी भी देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है।
4. मॉब लिंचिंग की घटना के कारण सामान्य जनता के मध्य
आशांति और असन्तोष की भावना उत्पन हो जाती है। जो समाज मे एकजुटता और एकता को प्रभावित करता है।
मॉब लिंचिंग पर कानूनी पहलू ? ( Legal aspects on mob lynching ) :-
भारत के आपराधिक प्रक्रिया सहिंता में मॉब लिंचिंग से सम्बंधित कुछ स्पष्ट कानून अभी नही बनाया गया है। लेकिन जब ये घटनाएं घटित होती है तो इसके लिए आपराधिक प्रक्रिया सहिंता में धारा 302 (हत्या ) धारा 307 ( हत्या का प्रयास ) धारा 323 (जानबूझकर हत्या ) और 147–148 (दंगा फसाद )इन धारा के अनुसार सुनवाई की जाती है।
मॉब लिंचिंग की घटना के अगर भीड़ द्वारा किसी की हत्या कर दी जाती है तो IPC की धारा 302 और 149 को सयुक्त रूप से पढ़ा जाता है। और भीड़ द्वारा किसी की हत्या की कोशिश करने पर 307 और 149 को मिलाकर पढ़ जाता है। इसी तरह मॉब लिंचिंग की घटना पर कार्यवाई की जाती है।
मॉब लिंचिंग पर सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस ?
1 सर्वोच्च न्यायालय मॉब लिंचिंग और हिंसा को रोकने के लिये एक सीनियर पुलिस अधिकारी को पराधिकृत करेगीं।
और राज्य की सरकारें उन गांव जिलों की पहचान करे जहाँ पर मॉब लिंचिंग की घटना घटित हुई हो।
2. सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइंस के अनुसार सोशल मीडिया पर दिखाई जाने वाली भड़काऊ और गैर जिम्मेदारी पोस्ट पर प्रतिबन्ध लगाना चाहिए। जिससे मॉब लिंचिंग की घटनावों को फैलने से रोका जा सकता है।
3. केंद सरकार या राज्य की सरकारों के द्वारा टेलीविजन या अन्य जगहों पर यह सूचना प्रसारित करवाना चाहिए कि किसी भी व्यक्ति के द्वारा मॉब लिंचिंग जैसे घटनावों में शामिल होने पर उनको कठोर से कठोर दंड दिया जाएगा।
4. राज्यसरकारे मॉब लिंचिंग में प्रभावित लोगों के लिए क्षतिपूर्ति योजना प्रारंभ करें तथा पीड़ित व्यक्ति के परिवार को कोई क्षति ना हो इसके लिए उन्हें सुरक्षा दिया जाए।
राष्ट्रीय स्तर मॉब लिंचिंग के लिए कानून की आवश्यकता ?
1. मॉब लिंचिंग जैसे घटना के लिए अभी राष्ट्रीये स्तर पर कोई कानून नही है। हालांकि भारतीये दंड सहिंता में हत्या , हत्या के प्रयास, दंगे आदि पर तो कानून बनाया गया है परंतु यदि किसी भीड़ द्वारा समूह में मिलकर किसी की हत्या की जाती है तो इसके लिए कोई कानून नही बनाया गया है।
2.अभी तक आम हत्या और भीड़ की हत्या को समान माना जाता है । इसलिए ऐसे कानून की आवश्यकता है जिससे कानून की दृष्टि से इसे अलग अलग परिभाषित किया जा सके।
3.एक अनुसन्धान के अनुसार लगभग 40-45 % शिक्षित युवा खबरों को बिना परखे हुए उस पर एक्शन ले लेते है ऐसे स्थिती में उनको जगरूप करना बहुत जरूरी है।
क्यो होती है मॉब लिंचिंग की घटनाएं ?
1.बहुसंख्यक और अल्पसंख्यक समुदाय के बीच अविश्वास की कमी होती है। जिससे दोनों लोगो के बीच हमेशा संशय की स्थिती बनी रहती है। और वे एक-दूसरे से बदला लेने के लिये भीड़ का सहारा लेते है।
2. मॉब लिंचिंग जैसे घटनावों में राजनीति भी हिंसात्मक भीड़ की एक मुख्य वजह होती है, इसमे कभी वोट के लिये तो कभी धर्म के नाम पर ऐसी घटनाये कराई जाती है। इसलिए हम लोगो को इससे बचना चाहिए।
3. समाज में किसी कारणवश उत्पन्न लोगो का आक्रोश ऐसी घटनावों की वजह बनती है।। और यह आक्रोश समाज मे न्याय व्यवस्था , सुरक्षा ,जातिपात,धर्म आदि के कारण उत्पन हो सकती है। जो कि एक भीड़ के रूप में बाहर निकलती है ।
मॉब लिंचिग की घटना को रोकने के लिए ज़रूरी सुझाव –
1. मॉब लिंचिंग की घटना को रोकने के लिए लोगों को अपनी सोच में बदलाव करने की आवश्यकता है।
2. अगर कही पर भीड़ इकट्ठा हो जाये तो चौकन्ने हो जाये।
जिससे आप सावधान रहेंगे और हालात बिगड़ेंगे नहीं।
3.बनाये गये कानून का हम लोगो के द्वारा अच्छी तरह से पालन किया जाना चाहिये। तथा अगर कही पर मॉब लिंचिंग की घटना होती है। तो उससे रोकने के लिए पूर्ण प्रयास करना चाहिए
4.इस तरह की घटनाओं को घटित होने में सोशल मीडिया का बड़ा हाथ होता है। इसलिए सोशल मीडिया पर अफवाहों को फैलने से रोकना चाहिए।
5. मॉब लिंचिंग की घटना को रोकने के लिए इस पर केंद्र सरकार द्वारा कठोर से कठोर कानून बनाना चाहिए।
अधिक जानकारी के लिए :- मॉब लिंचिंग
निष्कर्ष :
दोस्तो इस पोस्ट के माध्यम से आप ने समझा की मॉब लिंचिंग क्या है। इसके होने के क्या कारण है। और इसे कैसे रोके आदि इस से जुड़ी सभी जानकारियां दी गयी है। आशा करता हूँ आपको ये पोस्ट अच्छी लगी होगी । अगर पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस पोस्ट को आपने दोस्तो तक जरूर शेयर करे।